929-अब मैं खुद को...
अब मैं खुद को...अब मैं खुद को भूलाकर आप हो गया हूँराहे इश्क़ में चलकर निष्पाप हो गया हूँतेरी तस्वीर से ज्यादा सुन्दर कुछ नहींकभी रूबरू मिला था वो मिलाप हो गया हूँयाद आते है मुझे वस्ल के सारे वे हसीन पल...
View Article930-अंजाम ....
अंजाम ....अब पूछूंगा नहीं तुमसेकिस रंग के है तुम्हारे परिधानआँखों में अश्रु है तेरेया अधरों पर मधुर मुस्कानन खत होंगेप्रेम अभिव्यक्ति के प्रमाणन मेरे सपने करेंगें अपनी दुनियाँ मेंतुम्हारा आव्हानअब मेरे...
View Article931-क्षणिकायें...
क्षणिकायें...१-प्यार की कहानीरूबरू मिलना होता नहीं ज़रूरीबिना मिले हीप्यार की कहानी हो जाती है पूरी२-व्यथापढ़ते रहे एक दूसरी की कथापरएक जैसी होती है सबकी व्यथा३-अश्क़तेरी आँखों से भी मेरे लिए कभी कभी...
View Article932-क्षणिकायें
क्षणिकायें१-बाततुमसे मेरी बात हुई थीजब मैं और तुम चुप हो गए थे२-दरकिनारकही तुझसे दरकिनार न हो जाऊँसिर्फ मैं तेरा इंतज़ार न हो जाऊँ३-मित्रहर महफ़िल में मैं तेरा ही जिक्र करता हूँबस तुझ एक को ही अपना मित्र...
View Article933-रहनुमा...
रहनुमा...तुम मेरे रहनुमा होसाथ तेरेअंजाम तक का सफरखुशनुमा होसितारों के नूर से जगमगायें फलकजमीं पर गुल ही गुल बिछे हो दूर तलकमेरे संग तेरी यदि दुआ होतेरी महक से घिरा रहूँमेरे आसपासचन्दन की खुश्बू से...
View Article934-हुस्न और इश्क़
हुस्न और इश्क़हुस्न और इश्क़ की जोड़ी सदा सलामत रहेदोनों एक दूसरे की करते सदा इबादत रहेये जिस्म तो सिर्फ रूह का खूबसूरत लिबास हैहम दोनों के मन का पाक रिश्ता ता क़यामत रहेबहुत पास आकर भी मलिन हुआ नहीं हमारा...
View Article935-प्यार इसे ही तो कहते हैं....
प्यार इसे ही तो कहते हैं....तुमने मुझे देखाजैसे देखा ही न होतुम्हारी आँखों में मेरी परछाई थीतुमने मुझे सुनाजैसे सुना ही न होतुम्हारे कानों में मेरी आवाज गूंज रही थीतुम मुझसे मिलेजैसे मिले ही न होमैं...
View Article936-kshanikaayen
kshanikaayen१-सागरमैं सागर हूँतुम हो भरा हुआ मयकहूँ तोयही सच हय (सागर =प्याला )२-कविताजब तक तुम होतब तक मैं हूँऔरतब तक है कविता३-प्रेमजीवन खत्म हो जाता हैप्रेम नहीं४-खतसंभाल कर रखा हूँ सारे खतपढ़ लिया...
View Article937-तुमसे मेरी....
तुमसे मेरी....तुमसे मेरी जब कभी बात होगीअमावश तब चांदनी रात होगीमुझे अपने दिल में बसा लिए होन जाने तुमसे कब मुलाक़ात होगीखिजाँ और बहार तो आते ही रहेगेंभींगी घटाओं से कब बरसात होगीख्वाहिशे वस्ल लिए जन्म...
View Article938-खुश था ,हूँ....
खुश था ,हूँ....खुश था ,हूँतुम्हें पाकरखालीपन के नमकीन जल सेभरा लगता हैतुम बिन अब यह महासागरबतलाओ मिलोगे तुम कबमुझसे आकरहम दोनों के बीचउमड़ कर नहीं आयेंगें अबकभी क्या सावन के रसीले बादरबहार रह जायेगीक्या...
View Article939-क्षणिकायें
क्षणिकायें१-निशाने परउसी शहर उसी गली उसी मोड़ उसी ठिकाने पर हूँ मैंतेरी घायल कर देने वाली निगाहों के निशाने पर हूँ मैं२-हुस्नतेरे प्यार की ख़ुश्बू से महकने लगा हूँतेरे हुस्न की आंच से दहकने लगा...
View Article940-मुझसे किसी बात पर....
मुझसे किसी बात पर....मुझसे किसी बात पर तू नाराज़ न हो नदी सी साथ चल मुझसे नासाज़ न होयूँ तो हर समय तुझे मैं याद रखता हूँ मेरे किसी व्यवहार से तू नाशाद न होतेरी इबादत करता रहूंगा मैं आजीवन मेरी नियत मेरे...
View Article941-.प्यार के बदले में....
प्यारके बदले में....प्यार के बदले में नहीं कुछ पाना चाहता हूँ दूर से ही सही तेरा रूप निहारना चाहता हूँवो घडी भी आ गयी की तुझे अब जाना है तेरी पलकों के भीतर छुप जाना चाहता हूँयादों की भी एक अलग सी...
View Article942-जबसे तेरे मेरे दरम्यां.....
जबसे तेरे मेरे दरम्यां.....जबसे तेरे मेरे दरम्यां और फ़ासिला बढ़ गया तबसे तुझसे मिलने के लिए हौसला बढ़ गयामेरे लिये तेरे बगैर जीना अब आसान नहीं है रहे तन्हाई में मेरे दर्द का काफिला बढ़ गयाजुदा न कर पायेगा...
View Article942-kshanikaayen
kshanikaayen 1-तुम लौ हो मैं हूँ बाती एक दीया प्यार का यूँ ही सदा जलता रहे२-दिन किसी न किसी दिन तो तुम अपने दिल की बात मुझसे कहोगे उस दिन के इंतज़ार में जिए जा रहा हूँ३-ख़ामोशी तेरी ख़ामोशी के सहारे ही जी...
View Article943-तेरा ख्याल मुझे...
तेरा ख्याल मुझे...तेरा ख्याल मुझे ,तराश रहा हैमेरे ह्रदय में ,तेरा निवास रहा हैपरछाई बिना नहीं रह सकता जलतेरा साया सदा मेरे आसपास रहा हैबून्द में सागर का ख़्वाब तो होगा हीतेरा ,मुझे वैसा ही ,अहसास रहा...
View Article944-kshanikaaye
kshanikaaye 1-वार्तालापतुम ही मेरा सुर होतुम ही हो मेरा आलापमन ही मन तुमसेकरता रहता हूँमैं निरंतर वार्तालाप२- स्मृतिमेरे मन के भीतरबहती हैस्मृति की एक अंतहीन नदीजिसके जल दर्पण मेंउभर आयी हैतुम्हारी...
View Articleshivom mera pota (8-3-15 se 31-12-15ke bich )
shivom mera pota1-mere nati bhavesh ke hatho me shiom 10- 03- 15 3 aur 4 chitr me apni daadi ke sath7 ve chitr me mere sath8 ve chitr me apne bade papa ke sath shivom
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